महोबा : जिले के खनन एवं क्रशर उद्योग को लेकर चिंतित उद्यमियों के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधियों ने प्रदेश में खनन उद्योग को बचाने और इसके विकास के लिए कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं।
खनन एवं क्रशर उद्योग कल्याण समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरि बक्स सिंह और महामंत्री देवेंद्र मिश्र ने मुख्यमंत्री आवास पर भेंट कर अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश में आने वाले उपखनिज के अवैध परिवहन पर रोक लगाने की दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना की। विशेष रूप से उन्होंने अन्य राज्यों से आने वाले उपखनिज पर लागू किए गए आईएसटीपी (सेस कर) में 50 रुपये प्रति घन मीटर की वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया।
यूनियन द्वारा प्रदेश में गिट्टी, डस्ट जैसे उपखनिजों के घनत्व मानक को लेकर भी चिंता जताई गई। वर्तमान में 1.65 टन प्रति घन मीटर के आधार पर घनत्व तय किया गया है, जबकि वैज्ञानिक मानकों के अनुसार यह 2.84 टन प्रति घन मीटर होना चाहिए। इस संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया, जिस पर उन्होंने शीघ्र ही इस प्रक्रिया को पूर्ण कर नए मानक लागू करने का आश्वासन दिया।
महोबा जनपद में क्रशर उद्योग को लंबे समय से परेशान कर रहे कानपुर-लखनऊ मार्ग डायवर्जन की समस्या पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने इसके शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया।
साथ ही मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि महोबा जिले में स्थापित उद्यमियों और नए उद्योग लगाने वाले व्यवसायियों को शासन एवं प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग दिया जाएगा, ताकि जिले का औद्योगिक विकास तेज़ी से आगे बढ़ सके।