राज्यसभा सांसद रामजी लाल की टिप्पणी पर क्षत्रिय समाज में आक्रोश, निष्कासन व माफी की मांग
महोबा

राज्यसभा सांसद रामजी लाल (सपा) द्वारा महान योद्धा महाराणा सांगा के खिलाफ आपत्तिजनक एवं अमर्यादित टिप्पणी किए जाने पर देशभर के क्षत्रिय समाज में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। महोबा जिले सहित विभिन्न स्थानों पर सांसद के बयान का विरोध किया जा रहा है।
क्या कहा था रामजी लाल ने?
जानकारी के अनुसार, सपा सांसद रामजी लाल ने राज्यसभा के सदन में महाराणा सांगा को “गद्दार, डरपोक और विश्वासघाती” जैसे शब्दों से संबोधित किया। इस टिप्पणी से क्षत्रिय समाज और जागरूक लोगों में नाराजगी फैल गई है।
क्षत्रिय समाज की मांग – कार्रवाई हो और माफी मांगे
क्षत्रिय समाज के लोगों ने जिलाधिकारी महोबा को ज्ञापन सौंपते हुए सांसद की सदस्यता समाप्त करने और उन्हें सपा से निष्कासित करने की मांग की है। साथ ही, उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सांसद ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो किसी भी अप्रिय घटना की जिम्मेदारी खुद उनकी होगी।
राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति से अपील
आक्रोशित लोगों ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा सभापति से तत्काल सांसद रामजी लाल पर सख्त कार्रवाई करने की अपील की है। कानूनी कार्रवाई की मांग भी उठाई गई है, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की गलत बयानबाजी न कर सके।
जिलाधिकारी से निष्पक्ष कार्रवाई की उम्मीद
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे शांतिपूर्ण ढंग से अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं, लेकिन अगर सांसद पर कार्रवाई नहीं हुई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। प्रशासन से अनुरोध किया गया है कि वह मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कदम उठाए।
महाराणा सांगा जैसे महान राष्ट्रभक्त योद्धा के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने पर रामजी लाल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अब यह देखना होगा कि सपा और राज्यसभा सचिवालय इस पर क्या कदम उठाते हैं और सांसद रामजी लाल माफी मांगते हैं या नहीं।